
विराट कोहली ने 13 साल बाद रणजी ट्रॉफी में कदम रखा। अरुण जेटली स्टेडियम में उन्हें देखने के लिए भारी भीड़ उमड़ी। इतनी भीड़ थी कि मैच के पहले दिन स्टेडियम के बाहर भगदड़ मच गई। कोहली पहले दिन बल्लेबाजी करने नहीं आए। दूसरे दिन दिल्ली बल्लेबाजी करने आई और कोहली को नंबर-4 पर आना पड़ा, लेकिन उनकी वापसी फीकी रही…
जब कोहली मैदान पर आए तो पूरा स्टेडियम उनके नारों से गूंज रहा था। हर कोई कोहली को देखने के लिए मैदान पर आया था और उनका सपना पूरा होने वाला था। कोहली चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए लेकिन सिर्फ 15 गेंद खेलकर चले गए। उनके जाने से स्टेडियम में मौजूद फैंस निराश हो गए और कोहली भी निराश हो गए।
हिमांशु सांगवान ने उन्हें बोल्ड किया
रेलवे के हिमांशु सांगवान ने कोहली को बोल्ड किया। 28वां ओवर फेंक रहे हिमांशु की तीसरी गेंद पर कोहली ने आगे आकर फ्रंट फोर लगाया। कोहली के इस शॉट को देखकर पूरा स्टेडियम जोर-जोर से चिल्लाने लगा। लेकिन अगली ही गेंद पर हिमांशु ने उन्हें बोल्ड कर दिया। हिमांशु ने इनस्विंगर गेंद फेंकी जो ऑफ स्टंप से अंदर आई…
कोहली ने थोड़ा आगे आकर इसे सामने की तरफ मारने की कोशिश की, लेकिन गेंद उनके बल्ले और पैड के बीच से सीधे स्टंप पर जा लगी। इसके साथ ही वह बोल्ड हो गए और पूरा स्टेडियम खामोश हो गया। 13 साल बाद वापसी कर रहे कोहली ने रन बनाए- 15 गेंद, 6 रन, एक चौका।
कौन हैं हिमांशु सांगवान?
कोहली से दूसरी पारी में कमाल की उम्मीद होगी, लेकिन हिमांशु ने पहली पारी में उन्हें कुछ नहीं करने दिया। हिमांशु घरेलू क्रिकेट में कोई बड़ा नाम नहीं हैं, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से कई बार प्रभावित किया है। हिमांशु भी दिल्ली के रहने वाले हैं। उनका जन्म नजफगढ़ में हुआ है। साल 2019 में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली की ओर से खेलते हुए लिस्ट-ए में डेब्यू किया था। इसके बाद वह सैयद मुश्ताक अली में भी खेले।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक क्रिकेटर बनने से पहले हिमांशु एमएस धोनी की तरह रेलवे में टिकट कलेक्टर थे। हालांकि, उन्होंने अपना ध्यान क्रिकेट पर ही बनाए रखा। उन्होंने चेन्नई स्थित एमआरएफ पेस फाउंडेशन में ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्राथ के मार्गदर्शन में अपनी गेंदबाजी पर काम किया। मैकग्राथ ने उनकी गेंदबाजी को निखारा।
उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई के खिलाफ जोरदार गेंदबाजी की और पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे के विकेट समेत छह विकेट लिए और इस प्रदर्शन ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया।
कोहली से दूसरी पारी में कमाल की उम्मीद होगी, लेकिन हिमांशु ने पहली पारी में उन्हें कुछ नहीं करने दिया। हिमांशु घरेलू क्रिकेट में कोई बड़ा नाम नहीं हैं, लेकिन उन्होंने अपने प्रदर्शन से कई बार प्रभावित किया है। हिमांशु भी दिल्ली के रहने वाले हैं। उनका जन्म नजफगढ़ में हुआ है। साल 2019 में उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में दिल्ली की ओर से खेलते हुए लिस्ट-ए में डेब्यू किया था। इसके बाद वे सैयद मुश्ताक अली में भी खेले।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिकेटर बनने से पहले हिमांशु एमएस धोनी की तरह रेलवे में टिकट कलेक्टर थे। हालांकि, उन्होंने अपना ध्यान क्रिकेट पर ही बनाए रखा। उन्होंने चेन्नई स्थित एमआरएफ पेस फाउंडेशन में ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैकग्राथ के मार्गदर्शन में अपनी गेंदबाजी पर काम किया। मैकग्राथ ने अपनी गेंदबाजी को निखारा।
उन्होंने वानखेड़े स्टेडियम में मुंबई के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की और पृथ्वी शॉ, अजिंक्य रहाणे के विकेट सहित छह विकेट लिए और इस प्रदर्शन ने उन्हें सुर्खियों में ला दिया।