ग्रेटर नोएडा के रबूप थाना क्षेत्र के गांव कानपुर में एक प्लॉट के सामने से रास्ता दिए जाने को लेकर हुए विवाद ने बड़ा रूप ले लिया। दो पक्षों के बीच हुई मारपीट और गोलीबारी में कई लोग घायल हो गए। घटना के बाद थाना रबूपुरा पुलिस ने दोनों पक्षों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज करके मामले की जांच शुरू कर दी है।
क्या है पूरा मामला?
मामला गांव कानपुर निवासी रणवीर सिंह और उमेश सिंह के बीच लगभग एक दशक पुराने एक जमीन सौदे को लेकर है। पुलिस के मुताबिक, रणवीर सिंह ने करीब 10 साल पहले उमेश सिंह को एक प्लॉट बेचा था। अब रणवीर सिंह उसी प्लॉट के सामने से रास्ता मांग रहे हैं, जिसे लेकर दोनों पक्षों के बीच तनाव चल रहा था जो 6 अक्टूबर को हिंसक झड़प में बदल गया।
दोनों पक्षों ने लगाए गंभीर आरोप
उमेश सिंह की शिकायत:
उमेश सिंह ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई है कि 6 अक्टूबर को रणवीर सिंह, उसके बेटे जोगेंद्र, सोमवीर और अशोक उसके घर में जबरदस्ती घुस गए और गाली-गलौज व मारपीट शुरू कर दी। जब उमेश सिंह की पत्नी बीच-बचाव के लिए आई तो आरोपियों ने उसके साथ भी मारपीट की और अश्लील हरकतें कीं। सबसे गंभीर आरोप यह लगाया गया है कि रणवीर के बेटे ने अवैध हथियार से गोली चलाई। उमेश सिंह का आरोप है कि पुराना प्लॉट वापस लेने के लिए ही यह हमला किया गया।
रणवीर सिंह की शिकायत:
वहीं, दूसरे पक्ष ने भी उल्टा मुकदमा दर्ज कराया है। रणवीर सिंह ने आरोप लगाया है कि उम्मीद, गगन, नितिन, सतीश, शिवम और लकी नाम के लोग जबरन उसके घर में घुस आए और वहां तोड़-फोड़ की। रणवीर के अनुसार, यह सभी लोग प्लॉट के सामने से रास्ता मांग रहे थे, जिस पर विवाद हुआ।
पुलिस ने दर्ज किए मुकदमे, जांच जारी
थाना रबूपुरा के थाना प्रभारी सुजीत उपाध्याय ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि विवाद का कारण प्लॉट के सामने से रास्ता देना ही है। उन्होंने बताया, “रणवीर ने कुछ समय पहले अपना प्लॉट बेचा था। अब जिस व्यक्ति को प्लॉट बेचा था, वह उसमें रास्ता मांग रहा है। इसी को लेकर दोनों पक्षों के बीच विवाद हुआ और मारपीट हुई। दोनों पक्षों की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की गहन जांच की जा रही है।”
फिलहाल, पुलिस दोनों पक्षों के आरोपों की सच्चाई का पता लगा रही है और घटना में शामिल सभी लोगों की पहचान करने में जुटी हुई है।
