‘बिग बॉस ओटीटी 3’ के विजेता और लोकप्रिय यूट्यूबर एल्विश यादव की हालिया वृंदावन यात्रा चर्चा का विषय बनी हुई है। उन्होंने यहाँ संत प्रेमानंद जी महाराज के दर्शन किए, जिन्होंने न केवल एल्विश को आध्यात्मिक सलाह दी, बल्कि करोड़ों युवाओं तक व्यसनों से दूर रहने का एक प्रभावशाली संदेश भी पहुँचाया। यह मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
“प्रेमानंद जाएंगे, लेकिन राधा नाम नहीं जाएगा”
मुलाकात के दौरान, जो मार्मिक पल सामने आया, वह था संत प्रेमानंद जी का अपनी गंभीर बीमारी के बारे में बताना। उन्होंने खुलासा किया कि उनकी दोनों किडनियां फेल हो चुकी हैं और अब उनका जीवन पूरी तरह से भगवान भरोसे है। भावुक होते हुए उन्होंने कहा, “प्रेमानंद चला जाएगा लेकिन राधा नाम नहीं जाएगा। प्रेमानंद के द्वारा गाया गया राधा नाम जन-जन में गूंजेगा। राधा नाम ही सबका कल्याण करेगा।” यह कथन उनके राधा नाम के प्रति अटूट श्रद्धा को दर्शाता है।
“रोजाना 10,000 बार जपें ‘राधा’ नाम”
संत प्रेमानंद ने एल्विश यादव से सीधे और सरल भाषा में पूछा, “तुम नाम जप करते हो? थोड़ा तो किया करो।” उन्होंने एल्विश को रोजाना कम से कम 10,000 बार ‘राधा’ नाम का जप करने की सलाह दी। एल्विश ने तुरंत हाथ जोड़कर इस बात को मानते हुए वादा किया और कहा, “जी महाराज, दस हजार।”
युवाओं की जिम्मेदारी पर जोर: “सिग्नल सही होना चाहिए”
इस मुलाकात का सबसे महत्वपूर्ण पहलू था युवा पीढ़ी के लिए संत प्रेमानंद का संदेश। उन्होंने एल्विश जैसे यूथ आइकन की सामाजिक जिम्मेदारी पर प्रकाश डालते हुए कहा, “अगर ये (एल्विश) शराब की बोतल लेकर, ग्लास में डालकर पीते हुए जप करेंगे, तो लाखों लोग पीने लगेंगे। लेकिन अगर ये ‘राधा’ बोलेंगे तो लाखों लोग ‘राधा’ बोलेंगे।”
उन्होंने साफ कहा कि जो युवा करोड़ों लोगों को प्रभावित करते हैं, उन्हें एक सही सिग्नल देना चाहिए और व्यसनों से दूर रहना चाहिए। उनका कहना था, “सिग्नल सही होना चाहिए। अंतिम परिणाम अच्छा होना चाहिए।”
“पूर्व जन्म की शक्ति से मिली सफलता”
संत प्रेमानंद ने एल्विश की वर्तमान सफलता को उनके पूर्व जन्म के पुण्यों का फल बताया। लेकिन साथ ही, उन्होंने जोर देकर कहा कि वर्तमान जीवन को सार्थक बनाने और भविष्य को सुरक्षित करने के लिए ‘नाम’ की शक्ति को अपनाना अत्यंत जरूरी है।
इस मुलाकात के माध्यम से, संत प्रेमानंद जी महाराज ने एल्विश यादव जैसे युवा स्टार को एक प्रतीक बनाकर पूरे देश के युवाओं को एक गहरा संदेश दिया है: “राधा नाम को अंगूठी की तरह धारण करो। व्यसन और बुरी आदतों से दूर रहो। जीवन को सार्थक बनाओ।”
