मायावती ने लखनऊ रैली में योगी सरकार की की तारीफ, SP पर कसा तंज, 2027 की तैयारी का दिया संकेत
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को लखनऊ में आयोजित एक विशाल रैली के माध्यम से राज्य की राजनीति में नए सिरे से दस्तक देते हुए कई अहम संदेश दिए। इस रैली में उन्होंने भाजपा नेतृत्व वाली योगी आदित्यनाथ सरकार की तारीफ की, वहीं सपा पर जमकर हमला बोला।
रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने रैली ग्राउंड के रखरखाव और मरम्मत के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और भाजपा सरकार की सराहना की। उन्होंने इस कदम को जनता और कार्यकर्ताओं के लिए स्वागत योग्य बताया। मायावती के इस बयान ने राजनीतिक हलकों में चर्चा शुरू कर दी है, क्योंकि यह बीजेपी के प्रति उनके रुख में एक बदलाव जैसा दिख रहा है।
वहीं, दूसरी ओर मायावती ने समाजवादी पार्टी (सपा) पर तीखा प्रहार करते हुए आरोप लगाया कि सपा ने कांशीराम स्मारकों के नाम बदलकर दलित समाज को धोखा दिया है। उन्होंने कहा, “सपा चुनावी समय पर केवल वोट बैंक की राजनीति करती है। जब वे सत्ता में नहीं होतीं तो बसपा नेताओं और दलित संतों को याद करती हैं, लेकिन सत्ता में आते ही इन मूल्यों को भूल जाती हैं।”
मायावती ने रैली में उपस्थिति भीड़ का जिक्र करते हुए कहा कि यह संख्या रिकॉर्ड तोड़ रही है। उन्होंने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र और उत्तराखंड से भी बड़ी संख्या में समर्थक रैली में शामिल हुए हैं। इस रैली को 2027 के विधानसभा चुनावों में बसपा की बढ़ती ताकत के संकेत के रूप में देखा जा रहा है।
हालांकि, मायावती ने प्रदेश सरकार पर गरीबी, बेरोजगारी और आरक्षण जैसे मुद्दों पर संतोषजनक काम नहीं करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने मुस्लिम समाज के विकास और कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी सवाल उठाए। साथ ही, उन्होंने 2007 के बाद जातिवादी पार्टियों द्वारा बसपा को केंद्र की सत्ता तक पहुंचने से रोकने का आरोप लगाया।
मायावती ने संविधान के सम्मान और डॉ. भीमराव अंबेडकर के योगदान को याद दिलाते हुए दलित समाज को जागरूक और सतर्क रहने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि दलित समाज को अपने अधिकारों के लिए लगातार सजग रहना होगा।
इस रैली और मायावती के बयानों को उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक नए समीकरण की शुरुआत माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2027 के चुनावों से पहले बसपा की रणनीति में बदलाव साफ दिख रहा है और यह रैली उसी का एक हिस्सा है।
