नोएडा में बने चर्चित “अल्फ़ाथम प्रोजेक्ट” को लेकर नए खुलासे सामने आए हैं। गोपनीय सूत्र से पता चला है कि यह पूरा प्रोजेक्ट जालसाजी और फरेब की बुनियाद पर खड़ा किया गया।
सूत्रों के मुताबिक, “नोएडा भवन नियमावली 2010” के तहत अपर ग्राउंड फ्लोर बनाने की कोई अनुमति नहीं दी गई थी, फिर भी CBS इंटरनेशनल और भूटानी ग्रुप ने नियमों को ताक पर रखकर अवैध निर्माण किया।
प्राधिकरण द्वारा CBS इंटरनेशनल को 1,02,949 वर्ग मीटर भूमि आवंटित की गई थी, जिसमें ग्राउंड फ्लोर से 26 फ्लोर तक निर्माण की मंज़ूरी थी। लेकिन बिल्डरों ने मनमानी करते हुए 29 फ्लोर खड़े कर दिए।
दोनों कंपनियों के बीच हुए समझौते के अनुसार, ग्राउंड से तीसरे फ्लोर तक CBS इंटरनेशनल का स्वामित्व था, जबकि चौथे से छब्बीसवें फ्लोर तक का मालिकाना हक भूटानी ग्रुप को दिया गया।
अवैध निर्माण पर प्राधिकरण ने 6 नोटिस जारी किए हैं। वहीं, 2024 में एक शिकायतकर्ता ने CBS इंटरनेशनल पर फर्जी दस्तावेज़ तैयार करने और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप है कि दबाव बनाने के लिए शिकायतकर्ता के खिलाफ आधा दर्जन से अधिक झूठी FIR भी दर्ज कराई गईं।
