उत्तर प्रदेश का प्रॉपर्टी बाज़ार एक बड़े बदलाव के कगार पर है। अदाणी ग्रुप और सहारा ग्रुप के बीच 88 संपत्तियों की विशालकाय डील पर सहमति बन गई है, जिसके 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक की होने का अनुमान है। यह भारत की अब तक की सबसे बड़ी रियल एस्टेट डील साबित हो सकती है, जो गौतम अदाणी को देश के सबसे बड़े प्रॉपर्टी डीलर के रूप में स्थापित करेगी।
समाचार विस्तार से
नोएडा। उत्तर प्रदेश के प्रॉपर्टी बाज़ार में जल्द ही एक ऐतिहासिक बदलाव देखने को मिल सकता है। देश के दूसरे सबसे अमीर उद्योगपति गौतम अदाणी सहारा ग्रुप की 88 संपत्तियों को खरीदने के लिए तैयार हैं। यह डील अगर अंतिम रूप से पूरी हो जाती है, तो अदाणी न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि पूरे भारत में सबसे बड़े प्रॉपर्टी डीलर बन जाएंगे।
सहारा के ‘डूबते साम्राज्य’ को मिली नई उम्मीद
एक समय उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी कंपनी रही सहारा इंडिया का व्यवसाय लगभग डूब चुका है। इसी को देखते हुए गौतम अदाणी ने सहारा के इस डूबते हुए साम्राज्य को खरीदने का बड़ा दांव लगाया है। सहारा ग्रुप ने सुप्रीम कोर्ट में बताया कि वह अपनी 88 प्रॉपर्टीज को अदाणी प्रॉपर्टीज लिमिटेड को बेचना चाहता है।
सुप्रीम कोर्ट में हुई पेशी, अगली सुनवाई 17 नवंबर को
सहारा ग्रुप के वकील कपिल सिब्बल ने सुप्रीम कोर्ट की तीन जजों वाली पीठ को सूचित किया कि दोनों कंपनियों के बीच एक ‘टर्म शीट’ पर हस्ताक्षर हो चुके हैं, जिसे सीलबंद लिफाफे में अदालत में जमा कर दिया गया है। इस डील से मिलने वाली राशि सहारा ग्रुप के बकाया को चुकाने के लिए पर्याप्त बताई जा रही है।
वहीं, अदाणी ग्रुप के वकील मुकुल रोहतगी ने कोर्ट को बताया कि उनका ग्रुप सहारा की सभी संपत्तियों को एक साथ खरीदना चाहता है।
सरकार और SEBI भी करेगी जांच
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने कोर्ट में कहा कि इस डील की सरकारी स्तर पर जांच होनी चाहिए। इस पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार के वित्त मंत्रालय और सहकारिता मंत्रालय को भी इस मामले में पक्षकार बनाया है। कोर्ट ने इन सभी पक्षों से तीन हफ्ते के अंदर अपना जवाब दाखिल करने को कहा है।
क्या होगा असर?
अगर यह डील पूरी होती है, तो इसके कई बड़े नतीजे होंगे:
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यह भारत के रियल एस्टेट इतिहास की सबसे बड़ी डील होगी।
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सहारा ग्रुप को अपने निवेशकों का पैसा लौटाने में मदद मिलेगी।
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अदाणी ग्रुप का रियल एस्टेट पोर्टफोलियो कई गुना बढ़ जाएगा।
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गौतम अदाणी देश के सबसे बड़े प्रॉपर्टी डीलर के रूप में उभरेंगे।
मामले की अगली सुनवाई 17 नवंबर को होगी, जब सभी पक्ष अपने-अपने जवाब कोर्ट के सामने रखेंगे।
