टेक दिग्गज गूगल ने भारत को लेकर एक बड़ी और ऐतिहासिक घोषणा की है। कंपनी ने भारत के प्रमुख औद्योगिक समूह अदाणी ग्रुप के साथ हाथ मिलाया है, ताकि देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखा जा सके। इस साझेदारी का मुख्य लक्ष्य आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में भारत का सबसे बड़ा AI डेटा सेंटर स्थापित करना है।
क्या है पूरी योजना?
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के तहत विशाखापट्टनम में एक विशाल AI हब विकसित किया जाएगा, जिसमें शामिल होंगे:
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गीगावॉट-स्तर के डेटा सेंटर: जो भारत में AI की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए जरूरी कम्प्यूटिंग शक्ति प्रदान करेंगे।
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मजबूत नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर: हाई-स्पीड कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए सबसी केबल नेटवर्क।
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हरित ऊर्जा: परियोजना को पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए ग्रीन एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर पर जोर।
गौतम अदाणी और गूगल ने जताई उम्मीद
इस साझेदारी पर अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा, “अदाणी ग्रुप को गूगल के साथ इस ऐतिहासिक परियोजना में साझेदारी करके गर्व है, जो भारत के डिजिटल भविष्य को परिभाषित करेगी। तकनीक के मामले में विशाखापट्टनम अब एक वैश्विक केंद्र बनने जा रहा है।”
वहीं, गूगल क्लाउड के CEO थॉमस कुरियन ने कहा, “भारत की AI क्षमता को उजागर करने के उद्देश्य से हम गूगल एआई हब में निवेश कर रहे हैं। यह निवेश व्यवसायों, शोधकर्ताओं और निर्माताओं को एआई के जरिए विकास करने का आधार देगा।”
गूगल: एक संक्षिप्त परिचय
गूगल, जिसकी स्थापना 1998 में लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन ने की थी, आज दुनिया का सबसे बड़ा सर्च इंजन है। ‘गूगल’ नाम अंग्रेजी शब्द ‘गूगोल’ से लिया गया है, जो एक विशाल संख्या (1 के आगे 100 शून्य) को दर्शाता है, जो कंपनी की जानकारी को व्यवस्थित करने के असीमित लक्ष्य का प्रतीक है। आज, गूगल सिर्फ एक सर्च इंजन नहीं, बल्कि जीमेल, यूट्यूब, गूगल मैप्स और गूगल क्लाउड जैसी सेवाओं के जरिए डिजिटल दुनिया की एक महत्वपूर्ण आधारशिला बन चुका है।
