ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के ऑडिटोरियम में हुई जिला उद्योग बंधु समिति की बैठक में जिलाधिकारी (डीएम) मेधा रूपम ने उद्यमियों द्वारा उठाई गई समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए सभी संबंधित विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि उद्यमियों की दिक्कतों को निर्धारित समय सीमा में दूर करना प्रशासन की शीर्ष प्राथमिकता है।
इस बैठक में जनपद के बड़ी संख्या में उद्यमियों, प्रमुख व्यापारियों और व्यापारिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया और अपनी चुनौतियों को सीधे अधिकारियों के सामने रखा।
उद्यमियों ने रखे ये मुद्दे:
बैठक के दौरान उद्यमियों ने औद्योगिक इलाकों में होने वाली कई मुख्य समस्याओं को उजागर किया, जिनमें शामिल हैं:
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औद्योगिक क्षेत्रों में जलभराव और जल निकासी की खराब व्यवस्था
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लगातार होने वाली विद्युत कटौती और नए बिजली कनेक्शनों में आने वाला विलंब
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ट्रैफिक जाम और खराब सड़कों की स्थिति
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सार्वजनिक स्थानों पर अतिक्रमण की समस्या
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पार्किंग सुविधाओं का अभाव
“उद्योग और प्रशासन का सहयोग जरूरी” : डीएम
डीएम मेधा रूपम ने उद्यमियों की सभी समस्याओं और सुझावों को गंभीरता से सुना। उन्होंने जोर देकर कहा, “औद्योगिक विकास तभी संभव है जब प्रशासन और उद्योग एक साझी भावना से कार्य करें। उद्यमियों की समस्याओं का त्वरित समाधान हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।” उन्होंने व्यापारी वर्ग को जिले की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बताते हुए कहा कि उद्योग और व्यापार, दोनों ही विकास के आधार स्तंभ हैं।
योजनाओं का लाभ पहुंचाने के निर्देश
डीएम रूपम ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही उद्यमी हितैषी योजनाओं की जानकारी और उनके लाभ हर उद्यमी तक सुनिश्चित तरीके से पहुंचाए जाएं, ताकि शासन की मंशा को जमीन पर सही ढंग से उतारा जा सके।
इस महत्वपूर्ण बैठक में ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण के अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस, सुमित यादव, ओएसडी गुंजा सिंह, उपायुक्त उद्योग अनिल कुमार सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
