बिहार में पहले चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले, कांग्रेस सांसद और विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने सोमवार दोपहर एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस की, जिसकी चर्चा पूरे सियासी गलियारों में हो रही थी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर ‘हाइड्रोजन बम आ रहा है’ जैसे तीखे बयान देकर एक बड़े खुलासे का संकेत दिया था।
कांग्रेस की ओर से दिए गए इस रहस्यमय इशारे ने राजनीतिक हलकों में काफी उत्सुकता पैदा की थी। पार्टी के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर “हाइड्रोजन बम आ रहा है” की पोस्ट और प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का “हाइड्रोजन बम लोडिंग…” ट्वीट साफ संकेत दे रहा था कि राहुल गांधी कुछ बहुत बड़ा दावा पेश करने जा रहे हैं।
क्या है मामला?
सूत्रों के मुताबिक, राहुल गांधी ने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में बिहार चुनाव में ‘वोट चोरी’ और मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी के ‘ठोस सबूत’ पेश किए। यह उनकी उस पुरानी चेतावनी पर खरा उतरता है जो उन्होंने 1 सितंबर को अपनी ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान दी थी। उस समय राहुल ने कहा था, “महादेवपुरा तो बस एक एटम बम था, अभी हम हाइड्रोजन बम लेकर आएंगे।” उनका दावा था कि यह खुलासा इतना बड़ा होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जनता के सामने नहीं आ पाएंगे।
विपक्ष के नेता ने क्या कहा था पहले?
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने पहले ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि “वोट चोरी सिर्फ मतपत्रों की चोरी नहीं, बल्कि हमारे अधिकारों, आरक्षण, रोजगार, शिक्षा और लोकतंत्र की चोरी है।” उन्होंने चुनाव आयोग पर मतदाता सूची और वीडियोग्राफी उपलब्ध न कराने का भी आरोप लगाया था।
चुनाव का समय
बिहार विधानसभा चुनाव का पहला चरण 6 नवंबर को होना है, जबकि दूसरे चरण की मतदान तिथि 11 नवंबर है। चुनाव परिणाम 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे। ऐसे में, पहले चरण के मतदान से ठीक पहले राहुल गांधी की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस चुनावी माहौल को नया मोड़ दे सकती है।
