उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय (UPRTOU) ने अपने शैक्षणिक ढांचे में बड़ा बदलाव करते हुए ऐसे 53 पाठ्यक्रमों को बंद करने का निर्णय लिया है, जिनमें विद्यार्थियों की संख्या नगण्य थी। यह कदम बदलते शैक्षणिक रुझानों और संसाधनों के कुशल प्रबंधन की दिशा में उठाया गया है।
मुख्य बिंदु:
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पाठ्यक्रमों में सिकुड़न: विश्वविद्यालय पहले 123 कोर्स संचालित कर रहा था, लेकिन जुलाई 2025 सत्र से केवल 70 प्रमुख पाठ्यक्रमों में ही दाखिला दिया जाएगा।
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बंद हुए कोर्स: जिन कोर्सों को अस्थायी रूप से बंद किया गया है, उनमें बीएससी ह्यूमन न्यूट्रीशन, एमएससी फूड एंड न्यूट्रीशन और एमएससी बायोकेमिस्ट्री जैसे विषय शामिल हैं।
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दो चरणों में निर्णय: राजभवन के निर्देश पर पहले चरण में 44 पाठ्यक्रम बंद किए गए थे, जबकि हाल में नौ अन्य पाठ्यक्रमों में प्रवेश रोक दिया गया।
उच्च शिक्षा को मिली नई दिशा
इस निर्णय के पीछे विश्वविद्यालय प्रशासन का उद्देश्य उच्च शिक्षा के स्तर को सुधारना और उपलब्ध संसाधनों का कुशलतापूर्वक उपयोग करना है।
कुलपति प्रो. सत्यकाम ने बताया, “यह फैसला विद्यार्थियों की वास्तविक मांग और रोजगार के बदलते landscape को ध्यान में रखकर लिया गया है। अब हमारा फोकस ऐसे रोजगारपरक और कौशल-आधारित पाठ्यक्रमों पर होगा जो विद्यार्थियों को 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए तैयार कर सकें।”
नई शिक्षा नीति के तहत शुरू हुए नए कोर्स
पुराने और कम नामांकन वाले कोर्स बंद करने के साथ-साथ विश्वविद्यालय ने नई शिक्षा नीति (NEP) के अनुरूप कई नवीन और विशिष्ट पाठ्यक्रमों की शुरुआत भी की है।
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जुलाई 2025 सत्र में शुरू: एमए अर्थशास्त्र, एमए योगा, एमएससी पर्यावरण विज्ञान और एमएससी गणित।
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सांस्कृतिक पाठ्यक्रम: ‘कुम्भ अध्ययन’, ‘गीता दर्शन’, ‘कर्मकांड’ और ‘आरएसएस परिचय’ जैसे नए कोर्स शुरू किए गए हैं।
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आगामी कोर्स: संग्रहालय अध्ययन में डिप्लोमा कोर्स जनवरी 2026 सत्र से शुरू किया जाएगा।
भविष्य की रणनीति: रोजगार और कौशल पर जोर
UPRTOU की भविष्य की योजना स्पष्ट है – डिग्री के साथ-साथ कौशल (Skill Development) पर जोर। विश्वविद्य्यालय का लक्ष्य अब ऐसे शैक्षणिक कार्यक्रम तैयार करना है जो न सिर्फ शैक्षणिक योग्यता दें, बल्कि विद्यार्थियों को व्यवहारिक ज्ञान और रोजगार के नए अवसर भी प्रदान कर सकें।
इस रणनीतिक फेरबदल के जरिए UPRTOU एक गतिशील और प्रासंगिक शैक्षणिक संस्थान के रूप में अपनी नई पहचान बनाने को तैयार है।
