
केरल से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां सेंट्रल एक्साइज एंड जीएसटी के एडिशनल कमिश्नर मनीष विजय, उनकी बहन और मां का शव मिलने से हड़कंप मच गया। मनीष चार दिन की छुट्टी पर थे। लेकिन छुट्टी खत्म होने के बाद भी वे दफ्तर नहीं पहुंचे। मनीष की मां और बहन शालिनी भी कुछ दिनों से उनके साथ रहने लगी थीं। पुलिस को शक है कि यह आत्महत्या का मामला है।
डेढ़ साल पहले हुआ था तबादला
आईआरएस अधिकारी मनीष विजय का परिवार मूल रूप से झारखंड का रहने वाला है। मनीष केरल के एर्नाकुलम जिले के कक्कानाड में कस्टम क्वार्टर में रहते थे। मनीष का करीब डेढ़ साल पहले कोच्चि तबादला हुआ था। इससे पहले वे कोझिकोड एयरपोर्ट पर कस्टम प्रिवेंटिव में तैनात थे।
पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया है। मनीष के भाई और बहन विदेश में रहते हैं। उनके यहां आने के बाद तीनों शवों का पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
भाई-बहन अलग-अलग कमरों में लटके मिले
मनीष विजय चार दिन की छुट्टी पर थे। लेकिन छुट्टी खत्म होने के बाद भी वह काम पर नहीं लौटा। इसके बाद उसके सहकर्मियों को चिंता हुई। कुछ सहकर्मी मनीष के घर पहुंचे तो वहां काफी तेज बदबू आ रही थी। इसके बाद उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस के मुताबिक मनीष की मां शंकुतला का शव एक कमरे में सफेद कपड़े में लिपटा हुआ बिस्तर पर पड़ा था। उसके बगल में फूल रखे हुए थे। मनीष और बहन शालिनी के शव अलग-अलग कमरों में लटके मिले।
घर में मिली डायरी
पुलिस को शक है कि पहले मां की मौत हुई या फिर मनीष और शालिनी ने उनकी हत्या करने के बाद आत्महत्या का कदम उठाया। जांच के दौरान पुलिस को एक डायरी मिली। उसमें लिखा है कि विदेश में रह रही बहन को मौत की जानकारी देना। पुलिस का यह भी कहना है कि शव कुछ दिन पुराने हैं।
विवादों में रही थी शालिनी की नियुक्ति
बहन शालिनी ने 2006 में झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) की परीक्षा में टॉप किया था। इसके बाद उनकी नियुक्ति डिप्टी कलेक्टर के पद पर हुई। हालांकि बाद में शालिनी के टॉप करने पर सवाल उठे थे। इसके बाद शालिनी को पद से बर्खास्त कर दिया गया था। 2024 में सीबीआई जांच के बाद मामले में चार्जशीट दाखिल की गई थी। जानकारी के मुताबिक मनीष ने इस केस के सिलसिले में छुट्टी ली थी।