
क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के लिए नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (एनआईए) और उत्तराखंड परिवहन निगम (यूटीसी) के बीच शुक्रवार को एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए। इस समझौते के तहत अप्रैल में नोएडा एयरपोर्ट के व्यावसायिक शुभारंभ के साथ ही देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और हल्द्वानी के साथ ही देवभूमि उत्तराखंड के प्रमुख शहरों के बीच सीधी बसों का संचालन किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि यह पहल क्षेत्रीय संपर्क को बढ़ावा देने के साथ ही पर्यटन और आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाएगी। इससे एनआईए के अलावा एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्रमुख शहरों के यात्रियों को सुगम यात्रा सुविधा मिलेगी। यमुना इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन ने बताया कि पहले चरण में एक रनवे और एक टर्मिनल के साथ एयरपोर्ट की सालाना 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की क्षमता होगी। चौथे चरण के पूरा होने तक यात्रियों की संख्या सालाना सात करोड़ तक पहुंच जाएगी।
नोएडा और उत्तराखंड के शहरों के बीच बढ़ेगी संपर्कता इससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी, पर्यटन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलने के साथ ही यात्रियों का आवागमन भी आसान होगा। प्रबंध निदेशक उत्तराखंड परिवहन निगम ने बताया कि नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ हुए एमओयू से नोएडा और देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार और हल्द्वानी जैसे शहरों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा।
नोएडा एयरपोर्ट के पास घर का सपना होगा पूरा
हजारों लोगों का नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में अपना घर होने का सपना पूरा होगा। प्राधिकरण ने शुक्रवार को नीलामी के आधार पर पांच ग्रुप हाउसिंग भूखंड आवंटित किए, लेकिन एक भूखंड के लिए कोई खरीदार सामने नहीं आया। आवंटित भूखंडों से प्राधिकरण को आरक्षित मूल्य से 72.73 करोड़ रुपये अधिक प्राप्त हुए हैं। यमुना प्राधिकरण ने नवंबर में 20 ग्रुप हाउसिंग भूखंडों की योजना लांच की थी। शर्तों में बदलाव करते हुए भूखंड के लिए न्यूनतम तीन टेंडर की शर्त लागू की गई थी।