
कांग्रेस सांसद के सुरेश ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना की है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सरकार राज्य सरकारों और शिक्षाविदों से परामर्श किए बिना इस नीति को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारc असली इरादा “पूरी शिक्षा प्रणाली का भगवाकरण” करना है।
कांग्रेस का डीएमके को समर्थन
प्रश्नकाल के दौरान अपने भाषण में धर्मेंद्र प्रधान ने आरोप लगाया कि डीएमके के नेतृत्व वाली तमिलनाडु सरकार ने शुरू में राज्य में पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम एसआरआई) योजना को लागू करने पर सहमति जताई थी, लेकिन बाद में अपने वादे से मुकर गई।
धर्मेंद्र प्रधान की टिप्पणी पर डीएमके ने विरोध जताया
डीएमके ने केंद्रीय मंत्री की टिप्पणी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसके कारण संसद के निचले सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। प्रधान ने कहा, “वे (डीएमके) बेईमान हैं। वे तमिलनाडु के छात्रों के प्रति प्रतिबद्ध नहीं हैं। वे तमिलनाडु के छात्रों का भविष्य बर्बाद कर रहे हैं। वे राजनीति कर रहे हैं। वे अलोकतांत्रिक और असभ्य हैं।”